कृष्णाजी गणेश फुलंब्रीकर (जन्म १८९८ - निधन १९७४)
‘संगीत कलानिधि’ उपाधि से विभूषित मास्टर कृष्णराव फुलंब्रीकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत जगत के लिए किसी वरदान से कम नहीं थे | सधे हुए गले के साथ बेहद लोच वाली घरानेदार शास्त्रीय गायकी के सिद्धहस्त गायक कृष्णराव कई अप्रचलित व जोड़-रागों के निर्माता व बंदिशों के रचयिता भी थे | मराठी रंगमंच के मूर्धन्य संगीतकार-गायक अभिनेता होने के साथ-साथ उन्होंने मराठी सिनेमा जगत में भी कई नवाचार स्थापित किये | अपनी कला को देशहित में लगाकर राष्ट्र निष्ठा का परिचय देनेवाले इस प्रतिभाशाली कलाकार का भारतीय संगीत में दिया हुआ योगदान आज भी संगीत अभ्यासक, कलाकार और सुधिजनों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनकर आत्मानंद की अनुभूति प्रदान करनेवाला है | उनका बहुमूल्य योगदान आनेवाली पीढ़ियों के लिए भी दिशा-निर्देशक साबित हो, इस प्रयोजन के साथ उनकी समग्र सांगीतिक उपलब्धियों का संज्ञान लेकर उसे एक जगह पर दर्ज करना, यह इस वेबसाइट का उद्देश्य है |